फावड़ा लेकर खुद DM उतरे मैदान में! 29 गांवों की प्यास बुझाने वाली नहाल नदी फिर

रामपुर- रामपुर की तहसील मिलक के नवदिया गांव से होकर गुजरने वाली नहाल नदी कभी जीवनदायिनी मानी जाती थी. यह करीब 51 किलोमीटर लंबी नदी इलाके के खेतों की प्यास बुझाया करती थी.लेकिन वक्त के साथ यह नदी झाड़ियों, गाद और अवैध कब्जों की भेंट चढ़ गई.नतीजा ये हुआ कि गांववालों ने भी इसकी वापसी की उम्मीद छोड़ दी थी.

प्रशासन ने दिखाई सख्ती

सालों से सूखी पड़ी इस नदी को फिर से जीवंत करने का जिम्मा प्रशासन ने उठाया लोकल 18 से खास बातचीत में जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह ने बताया कि लेखपाल, तहसीलदार और उप जिलाधिकारी ने मिलकर अवैध कब्जों को हटाया. इसके बाद मनरेगा योजना के तहत खंड विकास अधिकारी की टीम ने नदी की खुदाई का काम शुरू किया. फरवरी 2025 में यह काम शुरू हुआ और मात्र तीन महीने में मई 2025 तक नदी को उसकी राह वापस मिल गई.

अब 29 गांवों से बह रही है जलधारा

अब यह नदी एक बार फिर से अपने रास्ते पर लौट चुकी है और 29 गांवों से होकर बह रही है. इससे किसानों को बड़ी राहत मिली है. जहां पहले सिंचाई के लिए ट्यूबवेल या नहरों पर निर्भर रहना पड़ता था, अब खेतों तक आसानी से पानी पहुंच पाएगा. साथ ही वर्षा जल संरक्षण बेहतर होगा, जिससे भूजल स्तर में सुधार की भी उम्मीद है.

डीएम ने खुद उठाया फावड़ा, बढ़ाया हौसला

नदी की खुदाई के दौरान एक खास पल तब आया जब खुद जिलाधिकारी जोगिंदर सिंह मौके पर पहुंचे और फावड़ा उठाकर खुदाई में हाथ बंटाया. इस कदम से न केवल अधिकारियों में जोश बढ़ा, बल्कि ग्रामीणों का भी उत्साह दोगुना हो गया. किसान अब उम्मीद जता रहे हैं कि पानी की उपलब्धता बढ़ने से फसलों की पैदावार में सुधार होगा.

अब शाहबाद में भी आरिल नदी की बारी

नहाल नदी की सफलता से प्रेरित होकर शाहबाद तहसील में आरिल नदी की सफाई और पुनर्जीवन की मुहिम भी शुरू हो चुकी है. प्रशासन द्वारा यहां भी जीर्णोद्धार का काम तेजी से किया जा रहा है और जल्द ही शाहबाद के किसानों को भी इसका लाभ मिलने की उम्मीद है.

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